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Tuesday, October 8, 2013

maata ka chand

          अम्बिके जग्दम्बिके अब तेरा ही आधार है ,जिसने ध्याया तुझको उसका  बेडा पार है -----२
  1. नंगे-नंगे पैरों मैया अकबर आया ,सोने का  छत्र मां उसने चढाया -२ 

         पूजा करी मां तेरी  तू शक्ति का आधार है ,अम्बिके --------

    २. पान, सुपारी ,ध्वजा ,नारियल भेंट चढाउँ ,खोल दरवाजा आजा तुझे ही बुलाउ -२ 

          दर पे आए भक्तों ने बोली जय -जयकार है --अम्बिके 

    ३. दर पे खडा सवाली भर दे मेरी झोली खाली , तेरा वचन न जाए खाली जय हो माता शेरा वाली -२ 

          कर दे किरपा मेहरा वाली तू  बड़ी दयालु है ---अम्बिके 

    ४. धर्म भवन जागरण में मैया तुझको आना है , सब भक्तों को मैया तेरा दर्शन पाना है -२ 

          जल्दी से आजा मैया तेरा इन्तजार है --अम्बिके ---





                           

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